शिवपुरी जिले के जिला अस्पताल में बच्चों को दिये जाने वाले पेरासिटामोल सिरप के अमानक होने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दवाओं के सेवन के बाद बच्चों पर असर नहीं दिखने पर उनकी स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल द्वारा सिरप की जांच करवाने के बाद सिरप के अमानक पाई गई। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने मप्र पब्लिक हेल्थ कॉर्पोरेशन को पत्र लिखकर शिकायत की है। एक अन्य मामले में इंदौर जिला अस्पताल में पीडियाट्रिक पेरासिटामोल एवं एम्लोडिपिन के साथ अन्य दवाएं भी अमानक मिल चुकी है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, मंत्रालय, वल्लभ भवन, भोपाल, सीएमएचओ, शिवपुरी, सीएमएचओ इंदौर से मामले की जांच कराकर विगत वर्ष में कितनी अमानक दवाइयां प्राप्त हुई एवं वितरित हुई, अमानक दवाईया समय पर रिजेक्ट क्यों नहीं की गई, इस संबंध में जांच कराकर तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है। साथ ही प्रबंध संचालक म.प्र. हेल्थ कारपोरेशन, भोपाल से परचेज प्रक्रिया की एसओपी मांगी है।
शहर : सरकारी अस्पतालों में बच्चों को दिया जाने वाला पेरासिटामोल सिरप अमानक
शिवपुरी जिले के जिला अस्पताल में बच्चों को दिये जाने वाले पेरासिटामोल सिरप के अमानक होने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दवाओं के सेवन के बाद बच्चों पर असर नहीं दिखने पर उनकी स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल द्वारा सिरप की जांच करवाने के बाद सिरप के अमानक पाई गई। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने मप्र पब्लिक हेल्थ कॉर्पोरेशन को पत्र लिखकर शिकायत की है। एक अन्य मामले में इंदौर जिला अस्पताल में पीडियाट्रिक पेरासिटामोल एवं एम्लोडिपिन के साथ अन्य दवाएं भी अमानक मिल चुकी है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, मंत्रालय, वल्लभ भवन, भोपाल, सीएमएचओ, शिवपुरी, सीएमएचओ इंदौर से मामले की जांच कराकर विगत वर्ष में कितनी अमानक दवाइयां प्राप्त हुई एवं वितरित हुई, अमानक दवाईया समय पर रिजेक्ट क्यों नहीं की गई, इस संबंध में जांच कराकर तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है। साथ ही प्रबंध संचालक म.प्र. हेल्थ कारपोरेशन, भोपाल से परचेज प्रक्रिया की एसओपी मांगी है।