भारत में प्रेस की स्वतंत्रत्रा चिंताजनक-प्रेस के ऊपर हमलों में तेजी से वृद्धि
Vinod Sawla (Delhi) 04-05-2022 Regional
दिल्ली-भारत के तीन पत्रकार संगठनों ने एक संयुक्त बयान में कहा, नौकरी की असुरक्षा बढ़ी हैं, वहीं प्रेस की स्वतंत्रता पर हमलों में तेजी से वृद्धि देखी गई
रिपोर्टर्स सेन्स फ्रंटियर्स आरएसएफ ने कहा कि अधिकारियों द्वारा पत्रकारों को निशाना बनाने के साथ-साथ असहमति पर व्यापक कार्रवाई ने हिंदू राष्ट्रवादियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरह से भारत सरकार की आलोचना करने वाले पत्रकारों को धमकाने, परेशान करने और दुर्व्यवहार करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
भारत में प्रेस स्वतंत्रता चिंता जनक है और इस मामले में भारत लगातार पीछे जा रहा है.रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स' आरएसएफ द्वारा जारी रिपोर्ट कह रही है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत 150 वें नंबर पर है। पिछले साल भारत इसमें 142 वें नंबर पर था।
अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा कि, 'विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस' पर, रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स और नौ अन्य मानवाधिकार संगठन भारतीय अधिकारियों से पत्रकारों और ऑनलाइन आलोचकों को उनके काम के लिए निशाना बनाना बंद करने का आग्रह करता है। भारत सरकार को विशेष रूप से आतंकवाद और देश द्रोह कानूनों के तहत उन पर मुकदमा चलाना बंद कर देना चाहिए।
अफसर भी करें स्वतंत्रता के अधिकार का सम्मान
रिपोर्टर्स सेन्स फ्रंटियर्स आरएसएफ ने कहा कि 'भारतीय अधिकारियों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का सम्मान करना चाहिए और आलोचनात्मक रिपोर्टिंग के लिए, राजनीति से प्रेरित आरोपों में हिरासत में लिए गए किसी भी पत्रकार को रिहा कर देना चाहिए और उन्हें निशाना बनाना व स्वतंत्र मीडिया का गला घोंटना बंद करना चाहिए।