भारतीय स्पिनर्स के जाल में फंसकर 145 रन पर ऑलआउट हुए अंग्रेज, जीत से 152 रन दूर भारत

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SSE NEWS NETWORK (Mandsaur) 25-02-2024 Sports

रांची : भारत बनाम इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट मुकाबले का तीसरा दिन काफी रोमांचक रहा. तीसरे दिन दूसरी बार बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड क्रिकेट टीम 145 रन पर ऑलआउट हो गई. भारत को जीत के लिए 192 रनों की जरूरत थी. इसके जवाब में भारत ने तीसरे दिन बिना विकेट खोए 40 रन बना लिए हैं. इंग्लैंड की दूसरी पारी में अश्विन और कुलदीप यादव ने अभूतपूर्व प्रदर्शन किया.

पहला सेशन भारतीय टीम ऑलआउट

दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 219 रन पर 7 विकेट गंवा दी थी. तीसरे दिन इससे आगे बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम अपने स्कोर में 88 रन ही जोड़ सकी और 307 रन पर ऑलआउट हो गई. भारतीय विकेट कीपर ध्रुव जुरैल ने टीम को संभालते हुए 90 रन की शानदार पारी खेली. कुलदीप यादव ने उनके साथ जरूर साझेदारी बनाने की कोशिश की लेकिन कुलदीप यादव 19 के स्कोर पर आउट हो गए.

दूसरा सेशन इंग्लैंड 120/5
भारत के 307 रन पर आउट होने के बाद इंग्लैंड जब दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आई उसके पास 47 रनों की बढ़त थी. इस सेशन में इंग्लैंड के बल्लेबाज भारतीय स्पिन गेंदबाजों को झेल नहीं सके और एक के बाद एक 120 के स्कोर तक पांच विकेट गंवा बैठे. पहला विकेट रविचंद्रन अश्विन ने बेन डकेट का झटका. उन्होंने 15 रन बनाए. उसके बाद बल्लेबाजी करने आए ओली पोप ने भी खास प्रदर्शन नहीं कर सके वह बिना खाता खोले अश्विन के शिकार हो गए. इंग्लैंड की तरफ से सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली ने जरूर 60 रन की पारी खेली.
पहली पारी में शतक लगाने वाले जो रूट भी खास प्रदर्शन नहीं कर सके और 11 रन के निजि स्कोर पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. पिछली पारी के शतकवीर जो रूट भी 11 के स्कोर पर अश्विन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हुए. चाय ब्रेक के बाद इंग्लैंड ने अपने आखिरी के पांच विकेट गंवाए और 145 रन पर आउट हो गई. जिसमें टॉम हार्टले 7, ओली रोबिंसन 0, जेम्स एंडरसन 0 पर आउट हुए. इसके अलावा बेन फॉक्स 17 और टॉम हार्टले 7 रन बनाकर आउट हुए.

तीसरा सेशन भारत 40/0
इंग्लैंड के 192 रन के लक्ष्य के जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने बिना विकेट खोए 40 रन बना लिए हैं. फिलहाल भारतीय टीम को दो दिनों में 152 रन की जरूरत होगी. रोहित शर्मा 24 और यशस्वी जायसवाल 16 रन बनाकर नॉटआउट हैं.

रिपोर्ट : कन्हैयालाल सोलंकी