बहन के देवर को दिल दे बैठी 3 बच्चों की मम्मी... यूं ही नहीं कहते कि प्यार अंधा होता है..!

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Public Reporter (Neemuch) 10-05-2024 Regional

जब यह रोग चढ़ता है तो फिर सही-ग़लत का कुछ एहसास नहीं रहता लेकिन जब आंख खुलती है तब तबाह हो जाता है…

मध्य प्रदेश के खण्डवा में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां तीन बच्चों की मां को अपनी ही बहन के देवर से प्यार हो गया. वह अपना घर-बार छोड़ उसके साथ रहने लगी. इधर परेशान पति थाने के चक्कर काटता रहा. सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी बहुत समझाइश दी, लेकिन सब कुछ बेअसर… जब चार महीने बाद प्यार की ख़ुमारी उतरी तो फिर परिवार ज़िम्मेदारी का एहसास हुआ, आत्मग्लानि हुई. पति से माफ़ी भी मांगी और पति ने भी बच्चों के भविष्य की ख़ातिर दरियादिली दिखाई और एक परिवार टूटने से बच गया. मामला खण्डवा के पास गांव के रहने वाली एक 27 वर्षीया विवाहिता महिला का है. जिसकी शादी 8 साल पहले हुई थी. काम की तलाश में दोनों शादी के बाद ही इंदौर रहने चले गए थे. इस दौरान महिला के तीन बच्चे भी हुए…दो बेटे एक बेटी. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था तभी अचानक उसके जीवन में एक मोड़ आया…. जब वह चार माह पहले अपनी बड़ी बहन जो खण्डवा के ही पास के गांव की रहने वाली थी. कुछ दिन रुकने के लिए चली गई. यहां उसकी बहन के साथ उसका देवर भी रहता था, जिसके संपर्क में आकर वह उसे दिल दे बैठी. इश्क़ की ख़ुमारी इस कदर चढ़ी कि वह लोक-लाज और परिवार की जिम्मेदारी सब कुछ भूल बैठी.
इसके बाद 7 मई 2024 को दोनों पति पत्नी महिला थाने आए. यहां लीगल एड क्लिनिक पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैरा लीगल वालेंटियर गणेश कानडे एवम प्रधान आरक्षक दीपक सोनटक्के ओर महिला आरक्षक ज्योति चौहान ने दोनों पति पत्नी को समझाइश दी. तीन बच्चों के भविष्य और लालन पालन के लिए प्रेमी को छोड़कर पति के साथ जाने को तैयार हो गई. इस प्रकार दोनों का समझौता हुआ और एक परिवार टूटने से बच गया।

रिपोर्ट : कमलेश शर्मा 

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