नीमच : आम के आम और गुठली के दाम । इस कहावत से हम सभी भली भांति परिचित है । वर्तमान में फलों का राजा आम का फल बाजार में काफी मात्रा में बिकने हेतु आ रहा है और इसका हम सभी के घरों में खाने में रस में उपयोग हो रहा है।
आम का फल ऐसा फल है जिसका हम खाने के बाद फल की गुठली का हम सदुपयोग करें तो पुनः पेड़ बन जाता है और एक नहीं हज़ारों आम के फल वापस हमें खाने के लिए मिलते हैं और गुठली से पैदा हुए आम के फल बेचने पर
दाम भी मिलना शुरू हो जाते हैं । हमें आम के आम और गुठली के दाम कहावत को चरितार्थ करना है तो खाने वाले आम के फलों को उपयोग होने के पश्चात उनकी गुठलियों को कूड़ेदान का हिस्सा न बनाते हुए इन्हें पानी से साफ कर धूप में सुखाकर छायादार स्थान में सुरक्षित रखना होगा ताकि हम इन गुठलियों को अपने बाग बगीचे खेत खलियान में वर्षाकाल के समय गाडकर आम के वापस पौधे बना सके । गुठलियों को लगाने हेतु यदि उपयुक्त जगह नहीं मिलने पर हम इन गुठलियों का सदुपयोग हेतु शहर की संकल्प पर्यावरण मित्र संस्था, धनवंतरी पौधा बैंक से जुड़े पर्यावरण मित्रों को उपलब्ध कराकर उनके माध्यम से गुठलियों से वापस पौधे बनाकर ग्रीन बेल्ट, बाग बगीचों, हरियाली वाटिकाओ धार्मिक स्थलों पर वर्षा काल में गुठलियों से तैयार फलदार आम के पेड़ रोपित करवा सके । हम सभी का पर्यावरण की रक्षा के लिए यही प्रेम होना चाहिए कि हम फलों के राजा आम का स्वाद लेने के बाद उनकी गुठलियों को कूड़ा दान का हिस्सा न बनाते हुए इन्हें संग्रहित करें और अनेकानेक फलदार आम के पौधे शहर के पर्यावरण मित्रों को सौंपकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपना कर्तव्य निभा सके ।
आम के आम और गुठलियों के दाम : जगदीश शर्मा, वृक्ष मित्र
नीमच : आम के आम और गुठली के दाम । इस कहावत से हम सभी भली भांति परिचित है । वर्तमान में फलों का राजा आम का फल बाजार में काफी मात्रा में बिकने हेतु आ रहा है और इसका हम सभी के घरों में खाने में रस में उपयोग हो रहा है।
आम का फल ऐसा फल है जिसका हम खाने के बाद फल की गुठली का हम सदुपयोग करें तो पुनः पेड़ बन जाता है और एक नहीं हज़ारों आम के फल वापस हमें खाने के लिए मिलते हैं और गुठली से पैदा हुए आम के फल बेचने पर
दाम भी मिलना शुरू हो जाते हैं । हमें आम के आम और गुठली के दाम कहावत को चरितार्थ करना है तो खाने वाले आम के फलों को उपयोग होने के पश्चात उनकी गुठलियों को कूड़ेदान का हिस्सा न बनाते हुए इन्हें पानी से साफ कर धूप में सुखाकर छायादार स्थान में सुरक्षित रखना होगा ताकि हम इन गुठलियों को अपने बाग बगीचे खेत खलियान में वर्षाकाल के समय गाडकर आम के वापस पौधे बना सके । गुठलियों को लगाने हेतु यदि उपयुक्त जगह नहीं मिलने पर हम इन गुठलियों का सदुपयोग हेतु शहर की संकल्प पर्यावरण मित्र संस्था, धनवंतरी पौधा बैंक से जुड़े पर्यावरण मित्रों को उपलब्ध कराकर उनके माध्यम से गुठलियों से वापस पौधे बनाकर ग्रीन बेल्ट, बाग बगीचों, हरियाली वाटिकाओ धार्मिक स्थलों पर वर्षा काल में गुठलियों से तैयार फलदार आम के पेड़ रोपित करवा सके । हम सभी का पर्यावरण की रक्षा के लिए यही प्रेम होना चाहिए कि हम फलों के राजा आम का स्वाद लेने के बाद उनकी गुठलियों को कूड़ा दान का हिस्सा न बनाते हुए इन्हें संग्रहित करें और अनेकानेक फलदार आम के पौधे शहर के पर्यावरण मित्रों को सौंपकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपना कर्तव्य निभा सके ।