प्रेम या सम्मान का भाव सिर्फ उन्हीं के प्रति रखिए जो आपके मन की भावनाओं को समझते हों,कहते हैं कि जलो वहां जहाँ ज़रूरत हो, उजालों मे चिरागों के मायने नहीं होते!!
प्रेम या सम्मान का भाव सिर्फ उन्हीं के प्रति रखिए जो आपके मन की भावनाओं को समझते हों,कहते हैं कि जलो वहां जहाँ ज़रूरत हो, उजालों मे चिरागों के मायने नहीं होते!!