• राज्य : पर्यावरण सेवक भोजन की बर्बादी रोकने के लिए चलाते हैं जन-जागरूकता अभियान

    SSE NEWS NETWORK   - भीलवाड़ा
    राज्य
    राज्य   - भीलवाड़ा[06-11-2024]
  • समारोह स्थल पर पर्यावरण प्रदर्शनी लगाकर मेहमानों को तांबे के लोटों से कराते हैं जलपान 

     

    नशे की मनुहार व सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रखते हैं पूर्णतया प्रतिबंध 


    भीलवाड़ा : धोरीमन्ना दुनिया में हर साल मानवीय उपभोग के लिए तैयार खाद्य पदार्थों के 40 प्रतिशत से भी ज़्यादा हिस्से का नुक़सान या बर्बादी हो जाती है.जलवायु परिवर्तन से मानवीय अस्तित्व पर बड़ा ख़तरा मंडरा रहा है. इस जोख़िम के निपटारे के लिए भोजन के ऐसे नुक़सान और खान-पान की वस्तुओं की बर्बादी की रोकथाम इस दिशा में सबसे प्रभावी रणनीतियों में से एक हो सकती है जिसमें सरकारें, कारोबार जगत और निजी संगठन खाद्य नुक़सान और भोजन की बर्बादी को कम करने के लिए लक्ष्य-माप-कार्रवाई का लगातार प्रयोग करने लगे हैं.इसी  प्रयोग के तहत पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण संस्थान द्वारा प्रायोजित कोशिश पर्यावरण सेवक टीम राष्ट्र ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर तक भोजन की बर्बादी रोकने के लिए जन-जागरूकता अभियान चला रही है समारोह में जाकर भोजनशाला में अन्नदेव के महत्व से जुड़ी तख्तियां और बेनरों के द्वारा लोगों को अन्न का जूठा न छोङने के लिए प्रेरित करते हैं साथ ही वहां पर पर्यावरण संरक्षण पर आधारित भव्य प्रदर्शनी लगाकर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाता है ताकि लोग प्रेरित होकर पर्यावरण संरक्षण में सहयोग कर सके और नशे की सामूहिक मनुहार पर पूर्णतया प्रतिबंध रखा जाता है व सिंगल यूज प्लास्टिक यानि पॉलिथीन,प्लास्टिक के लोटे,कप व गिलासों का इस्तेमाल न करके तांबे के लोटों से जलपान कराया जाता है और यह संदेश भी दिया है कि हमें हमारी प्राचीन संस्कृति को पुनर्जीवित करते हुए घर में हमेशा तांबे के बर्तनों को काम लिया जाये ताकि शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो सके और हमें बीमारियों का सामना नहीं करना पङे।इसी संदेश के तहत बुधवार को जाणियों का मगरा नेङीनाडी में उद्यमी दयाराम गोदारा के घर आयोजित समारोह में पर्यावरण संरक्षण व मानव सुधार के लिए पर्यावरण सेवक किशनाराम बांगङवा, जगदीश प्रसाद विश्नोई,वृक्षमित्र हरिराम गोदारा,गुमानाराम साऊ चौरा,बुधाराम कावां,मोहनलाल कालिराणा,खंगाराराम नेण,हरिराम गोदारा सांचौर,श्रीराम ढाका,वकील बुधराम भादू,मोहनलाल कावां,जसवंत गोदारा,गंगाराम खिचङ,जितेंद्र,मुकेश गोदारा,पुजा व डॉ मोनिका ने पूरे समारोह में तन-मन से निस्वार्थ भाव से सेवा देकर सभी मेहमानों को प्रेरित किया।

     

    रिपोर्ट : राजकुमार गोयल 



  • राज्य : पर्यावरण सेवक भोजन की बर्बादी रोकने के लिए चलाते हैं जन-जागरूकता अभियान

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    समारोह स्थल पर पर्यावरण प्रदर्शनी लगाकर मेहमानों को तांबे के लोटों से कराते हैं जलपान 

     

    नशे की मनुहार व सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रखते हैं पूर्णतया प्रतिबंध 


    भीलवाड़ा : धोरीमन्ना दुनिया में हर साल मानवीय उपभोग के लिए तैयार खाद्य पदार्थों के 40 प्रतिशत से भी ज़्यादा हिस्से का नुक़सान या बर्बादी हो जाती है.जलवायु परिवर्तन से मानवीय अस्तित्व पर बड़ा ख़तरा मंडरा रहा है. इस जोख़िम के निपटारे के लिए भोजन के ऐसे नुक़सान और खान-पान की वस्तुओं की बर्बादी की रोकथाम इस दिशा में सबसे प्रभावी रणनीतियों में से एक हो सकती है जिसमें सरकारें, कारोबार जगत और निजी संगठन खाद्य नुक़सान और भोजन की बर्बादी को कम करने के लिए लक्ष्य-माप-कार्रवाई का लगातार प्रयोग करने लगे हैं.इसी  प्रयोग के तहत पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण संस्थान द्वारा प्रायोजित कोशिश पर्यावरण सेवक टीम राष्ट्र ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर तक भोजन की बर्बादी रोकने के लिए जन-जागरूकता अभियान चला रही है समारोह में जाकर भोजनशाला में अन्नदेव के महत्व से जुड़ी तख्तियां और बेनरों के द्वारा लोगों को अन्न का जूठा न छोङने के लिए प्रेरित करते हैं साथ ही वहां पर पर्यावरण संरक्षण पर आधारित भव्य प्रदर्शनी लगाकर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाता है ताकि लोग प्रेरित होकर पर्यावरण संरक्षण में सहयोग कर सके और नशे की सामूहिक मनुहार पर पूर्णतया प्रतिबंध रखा जाता है व सिंगल यूज प्लास्टिक यानि पॉलिथीन,प्लास्टिक के लोटे,कप व गिलासों का इस्तेमाल न करके तांबे के लोटों से जलपान कराया जाता है और यह संदेश भी दिया है कि हमें हमारी प्राचीन संस्कृति को पुनर्जीवित करते हुए घर में हमेशा तांबे के बर्तनों को काम लिया जाये ताकि शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो सके और हमें बीमारियों का सामना नहीं करना पङे।इसी संदेश के तहत बुधवार को जाणियों का मगरा नेङीनाडी में उद्यमी दयाराम गोदारा के घर आयोजित समारोह में पर्यावरण संरक्षण व मानव सुधार के लिए पर्यावरण सेवक किशनाराम बांगङवा, जगदीश प्रसाद विश्नोई,वृक्षमित्र हरिराम गोदारा,गुमानाराम साऊ चौरा,बुधाराम कावां,मोहनलाल कालिराणा,खंगाराराम नेण,हरिराम गोदारा सांचौर,श्रीराम ढाका,वकील बुधराम भादू,मोहनलाल कावां,जसवंत गोदारा,गंगाराम खिचङ,जितेंद्र,मुकेश गोदारा,पुजा व डॉ मोनिका ने पूरे समारोह में तन-मन से निस्वार्थ भाव से सेवा देकर सभी मेहमानों को प्रेरित किया।

     

    रिपोर्ट : राजकुमार गोयल