भोपाल शहर के कोलार उपनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीते कुछ दिनों से महिलाओं को बहुत ज्यादा अव्यवस्थाएं झेलनी पड़ रही हैं। सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं को हो रही है, जिन्हें पुरूषों के बीच में लाइन में खड़े होकर पर्चा बनवाना पड़ता है। जब कोई महिला या उनके परिजन इस मामले में आवाज उठाते हैं या विरोध जताते हैं, तो अस्पताल प्रबंधन के लोग उन्हें धमकाने लगते हैं और काम नहीं करने चेतावनी देते हैं। जबकि नियम अनुसार गर्भवती महिलाओं को लाइन में नहीं लगाना चाहिए और उन्हें तत्काल सुविधा प्रदान करनी चाहिए और उन्हें तत्काल सुविधा प्रदान करनी चाहिए। इस संबंध में सीएमएचओ और कोलार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, भोपाल से कोलार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में गर्भवती महिलाओं मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।
शहर : गर्भवती महिलाओं को नहीं मिलती सुविधाएं, एक ही लाइन में खड़े होने की मजबूरी
भोपाल शहर के कोलार उपनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीते कुछ दिनों से महिलाओं को बहुत ज्यादा अव्यवस्थाएं झेलनी पड़ रही हैं। सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं को हो रही है, जिन्हें पुरूषों के बीच में लाइन में खड़े होकर पर्चा बनवाना पड़ता है। जब कोई महिला या उनके परिजन इस मामले में आवाज उठाते हैं या विरोध जताते हैं, तो अस्पताल प्रबंधन के लोग उन्हें धमकाने लगते हैं और काम नहीं करने चेतावनी देते हैं। जबकि नियम अनुसार गर्भवती महिलाओं को लाइन में नहीं लगाना चाहिए और उन्हें तत्काल सुविधा प्रदान करनी चाहिए और उन्हें तत्काल सुविधा प्रदान करनी चाहिए। इस संबंध में सीएमएचओ और कोलार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, भोपाल से कोलार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में गर्भवती महिलाओं मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।