इंदौर सराफा बाजार में सोमवार को सोने और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई। सोना केडबरी 2550 रुपए घटकर 95200 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया। चांदी चौरसा में 1600 रुपए की गिरावट के साथ 95800 रुपए प्रति किलो का भाव रहा।
चीन-अमेरिका में व्यापार समझौते की घोषणा के बाद बाजार में यह गिरावट आई। निवेशकों ने सुरक्षित निवेश को किनारे कर दिया। कॉमेक्स पर सोना वायदा 109 डॉलर गिरकर 3216 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। चांदी वायदा 62 सेंट घटकर 32.10 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम से भू-राजनीतिक तनाव कम हुआ। जिनेवा में अमेरिका-चीन वार्ता में 90 दिनों के लिए टैरिफ में बदलाव पर सहमति बनी। चीन ने अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ 125% से घटाकर 10% कर दिया। अमेरिका ने चीनी वस्तुओं पर टैरिफ 145% से घटाकर 30% कर दिया।
इंदौर में सोना 22 कैरेट 87450 रुपए प्रति दस ग्राम रहा। शनिवार को सोना 97750 रुपए पर बंद हुआ था। चांदी सिक्का 1105 रुपए प्रति नग बिका। उज्जैन में सोना केडबरी 95300 रुपए और चांदी पाट 96000 रुपए प्रति किलो रहा। घटे दामों के बावजूद बाजार में ग्राहकी कमजोर रही क्योंकि खरीदार और मंदी की उम्मीद कर रहे हैं।
सोने-चांदी में बड़ी गिरावट : अमेरिका-चीन व्यापार समझौते का असर, सोना 2550 और चांदी 1600 रुपये सस्ती
इंदौर सराफा बाजार में सोमवार को सोने और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई। सोना केडबरी 2550 रुपए घटकर 95200 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया। चांदी चौरसा में 1600 रुपए की गिरावट के साथ 95800 रुपए प्रति किलो का भाव रहा।
चीन-अमेरिका में व्यापार समझौते की घोषणा के बाद बाजार में यह गिरावट आई। निवेशकों ने सुरक्षित निवेश को किनारे कर दिया। कॉमेक्स पर सोना वायदा 109 डॉलर गिरकर 3216 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। चांदी वायदा 62 सेंट घटकर 32.10 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम से भू-राजनीतिक तनाव कम हुआ। जिनेवा में अमेरिका-चीन वार्ता में 90 दिनों के लिए टैरिफ में बदलाव पर सहमति बनी। चीन ने अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ 125% से घटाकर 10% कर दिया। अमेरिका ने चीनी वस्तुओं पर टैरिफ 145% से घटाकर 30% कर दिया।
इंदौर में सोना 22 कैरेट 87450 रुपए प्रति दस ग्राम रहा। शनिवार को सोना 97750 रुपए पर बंद हुआ था। चांदी सिक्का 1105 रुपए प्रति नग बिका। उज्जैन में सोना केडबरी 95300 रुपए और चांदी पाट 96000 रुपए प्रति किलो रहा। घटे दामों के बावजूद बाजार में ग्राहकी कमजोर रही क्योंकि खरीदार और मंदी की उम्मीद कर रहे हैं।