मंदसौर। टकरावद में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में द्वितीय दिवस वंदना सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में संतोष यादव प्राचार्य, केशव नगर मंदसौर मंचासीन रहे। अध्यक्षता ओमप्रकाश पाटीदार विद्यालय अध्यक्ष ने की। कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथि के रूप में संदीप यादव प्राचार्य जावद, पूरणमल शर्मा किसान युवा मोर्चा, मंडल उपाध्यक्ष एवं राजेश प्रजापत नगर अध्यक्ष युवा मोर्चा की गरिमामयी उपस्थिति रही।कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के पूजन-अर्चन के साथ हुई। मुख्य वक्ता ने हमारा लक्ष्य विद्या भारती का लक्ष्य विषय पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि विद्या भारती का उद्देश्य वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से ओतप्रोत है, जिसके अंतर्गत वनवासी एवं पिछड़े क्षेत्रों तक भारतीय शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करना प्रमुख लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि यदि हम तय दिशा में कार्य करें, तो भारत को शीघ्र ही परम वैभव की ओर अग्रसर किया जा सकता है। सामाजिक भेदभाव, अशिक्षा, शोषण और अत्याचार से मुक्त समाज की कल्पना विद्या भारती के मूल लक्ष्य में शामिल है। आज की युवा पीढ़ी आध्यात्मिकता से दूर हो रही है, ऐसे में परिवार के वरिष्ठ जनों के आदर्श आचरण से ही बालकों में संस्कार विकसित हो सकते हैं। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से नैतिक जिम्मेदारी निभाने का आह्वान करते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर संस्कारों की पाठशाला है, और यदि प्रारंभ से ही लक्ष्य की दिशा में कार्य किया जाए, तो सफलता सुनिश्चित है। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत धर्मपाल सिंह सिसोदिया कार्यालय प्रमुख एवं मदन लाल डांगी सह मुख्य शिक्षक द्वारा किया गया। स्वागत गीत टीना कुंवर ने प्रस्तुत किया, जबकि संचालन बौद्धिक प्रमुख वरदीचंद विश्वकर्मा ने किया।
उक्त जानकारी जिला मीडिया प्रभारी घनश्याम रावत द्वारा प्रदान की गई।
शहर : टकरावद में द्वितीय दिवस वंदना सत्र, विद्या भारती का लक्ष्य- वसुदेव कुटुम्बकम की भावना से प्रेरित...!
मंदसौर। टकरावद में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में द्वितीय दिवस वंदना सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में संतोष यादव प्राचार्य, केशव नगर मंदसौर मंचासीन रहे। अध्यक्षता ओमप्रकाश पाटीदार विद्यालय अध्यक्ष ने की। कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथि के रूप में संदीप यादव प्राचार्य जावद, पूरणमल शर्मा किसान युवा मोर्चा, मंडल उपाध्यक्ष एवं राजेश प्रजापत नगर अध्यक्ष युवा मोर्चा की गरिमामयी उपस्थिति रही।कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के पूजन-अर्चन के साथ हुई। मुख्य वक्ता ने हमारा लक्ष्य विद्या भारती का लक्ष्य विषय पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि विद्या भारती का उद्देश्य वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से ओतप्रोत है, जिसके अंतर्गत वनवासी एवं पिछड़े क्षेत्रों तक भारतीय शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करना प्रमुख लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि यदि हम तय दिशा में कार्य करें, तो भारत को शीघ्र ही परम वैभव की ओर अग्रसर किया जा सकता है। सामाजिक भेदभाव, अशिक्षा, शोषण और अत्याचार से मुक्त समाज की कल्पना विद्या भारती के मूल लक्ष्य में शामिल है। आज की युवा पीढ़ी आध्यात्मिकता से दूर हो रही है, ऐसे में परिवार के वरिष्ठ जनों के आदर्श आचरण से ही बालकों में संस्कार विकसित हो सकते हैं। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से नैतिक जिम्मेदारी निभाने का आह्वान करते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर संस्कारों की पाठशाला है, और यदि प्रारंभ से ही लक्ष्य की दिशा में कार्य किया जाए, तो सफलता सुनिश्चित है। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत धर्मपाल सिंह सिसोदिया कार्यालय प्रमुख एवं मदन लाल डांगी सह मुख्य शिक्षक द्वारा किया गया। स्वागत गीत टीना कुंवर ने प्रस्तुत किया, जबकि संचालन बौद्धिक प्रमुख वरदीचंद विश्वकर्मा ने किया।
उक्त जानकारी जिला मीडिया प्रभारी घनश्याम रावत द्वारा प्रदान की गई।