मुस्लिम संगठन के शक्ति प्रदर्शन के बाद बवाल बढ़ा
यूपी कॉलेज पर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के दावे को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। छात्रों ने वक्फ बोर्ड का पुतला दहन कर विरोध जताया और कॉलेज में धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की। प्राचीन छात्र एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर कॉलेज की जमीन की नाप कराने और स्थिति को स्पष्ट करने की मांग की है।
वाराणसी। यूपी कॉलेज पर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के दावे का मामला प्रकाश में आने के बाद से विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को प्राचीन छात्र एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन कमिश्नर के माध्यम से भेजा। मांग की कि राजस्व अभिलेखों में कॉलेज की जमीन की नाप कराकर स्थिति को स्पष्ट किया जाए।
एसोसिएशन ने बताया कि 1909 में कॉलेज की स्थापना के चार साल बाद से प्राचीन छात्र एसोसिएशन कॉलेज के उन्नयन के लिए कार्य कर रहा है। परिसर में मजार पर दो-चार लोग शुक्रवार को दीया जलाने आते थे।
बीते शुक्रवार दूरदराज के सैकड़ों लोग पहुंचे। इसी रास्ते हजारों छात्र आते-जाते हैं। प्रशासन सतर्क नहीं होता तो कोई घटना हो सकती थी। प्रशासन निगरानी कर असामाजिक तत्वों को रोके। इससे पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है।
प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए आरोप लगाया कि कॉलेज प्रबंध समिति में पहले एक बाहरी व्यक्ति को सदस्य फिर सभी इकाइयों का इंटरनल प्रभारी बनाया गया। उसी ने अपने प्रभाव से मजार को मस्जिद बनाने और भूमि को वक्फ में शामिल करने की साजिश रची। ज्ञापन देने में उपाध्यक्ष आनंद विजय, मंत्री डा. विनय कुमार सिंह, उपसचिव भानुप्रताप सिंह, महेंद्र प्रताप सिंह, यादवेंद्र गोविंद राव, रजत सिंह, रणवीर सिंह आदि शामिल रहे।
विद्या के मंदिर में धार्मिक कार्यों पर लगे रोक, फूंका वक्फ का पुतला
यूपी कॉलेज पर वक्फ बोर्ड के दावे की नोटिस प्रकाश में आने के बाद से छात्रों में आक्रोश है। छात्रों ने वक्फ बोर्ड का पुतला दहन कर विरोध जताया। कहा, यह विद्या का मंदिर है। धार्मिक स्थल नहीं है। मांग किया कि धार्मिक गतिविधियों पर यहां रोक लगाई जाए।
छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज में मुस्लिमों के शक्ति प्रदर्शन करने से छात्र दुखी हैं। छात्र नेता विवेकानंद सिंह ने कहा कि हमने जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर अनुरोध किया कि जब तक वक्फ मामले का निर्णय नहीं हो जाता तब तक किसी भी प्रकार की अनावश्यक कार्यवाही कॉलेज में नहीं होनी चाहिए। इसमें संलिप्त लोगों पर कानूनी कार्रवाई करना चाहिए। विरोध में शिवम सिंह बाबू, सचिन सिंह, सुधीर सिंह, प्रतीक उपाध्याय, शिवम नेता, कुश सिंह, अभय सिंह, चंदन सिंह आदि छात्र उपस्थित रहे।
उदय प्रताप कॉलेज प्राचीन छात्र एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन प्रेषित किया। इसमें बताया गया है कि भूमि और विल्डिंग इंडाउमेंट ट्रस्ट की है। वक्फ बोर्ड के दावा को खारिज किया जाना चाहिए। प्राचीन छात्र एसोसिएशन कॉलेज और समाज में सदैव सकारात्मक कार्यों में अपना योगदान दे रही है।
उपाध्यक्ष आनंद विजय सिंह का कहना है कि परिसर में बाहरी लोगों के प्रवेश पर तत्काल रोक लगाया जाना चाहिए। प्रतिनिधि मंडल में प्राचीन छात्र एसोसिएशन के उपाध्यक्ष आनंद विजय, मंत्री विनय कुमार सिंह, उप सचिव भानु प्रताप सिंह, महेंद्र प्रताप सिंह, यादवेंद्र गोविंद राव, रजत सिंह, रणवीर सिंह आदि उपस्थित थे।