नीमच : ज्ञानोदय यूनिवर्सिटी : केन्द्रीय विद्यालय के विध्यार्थियों ने हाल ही में ज्ञानोदय यूनिवर्सिटी के फार्मेसी विभाग और इंजीनियरिंग विभाग का भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य विध्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा और उच्च शिक्षा के विभिन्न पहलुओं और पाठ्यक्रमों से अवगत कराना था, जिससे उन्हें भविष्य में करियर विकल्पों के बारे में बेहतर समझ प्राप्त हो सके।
*विश्वविद्यालय की चांसलर डॉ. माधुरी चौरसिया* ने अपने उद्बोधन में कहा, “यूनिवर्सिटी के प्रमुख विभागों का यह दौरा विध्यार्थियों के लिए बेहद फायदेमंद रहेगा, क्योंकि इससे उन्हें विभिन्न तकनीकी और स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित करियर की संभावनाओं के बारे में जानने का मौका मिला। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में वही विद्यार्थी सफल होते हैं जो अपने सपनों में विश्वास रखते हैं, और सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
*विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ. प्रशांत शर्मा* ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, " व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और तकनीकी शिक्षा की ओर विद्यार्थियों का रुझान बढ़ रहा है। विध्यार्थी को अपने करियर का क्षेत्र अपनी रुची के हिसाब से तय करना चाहिए, तभी वह अपने करियर में सफल हो पाएंगे। आपके लिए यह अनुभव अनमोल होगा, जो भविष्य में आपके करियर के मार्ग को आसान बना सकता है।"
*फार्मेसी विभाग के प्रिंसिपल डॉ. मंगल सिंह पंवार* ने विद्यार्थियों को औषधि विज्ञान, फार्मास्युटिकल टेक्नोलॉजी और अनुसंधान कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया, "फार्मेसी क्षेत्र में रोजगार के बहुत से अवसर हैं। यह क्षेत्र न केवल स्वास्थ्य सेवा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी लगातार विकसित हो रहा है। आपको इस दिशा में अपनी रुचि को पहचानकर आगे बढ़ना चाहिए।"
भ्रमण के दौरान, विध्यार्थियों को फार्मेसी विभाग की अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं और अनुसंधान सुविधाओं का अवलोकन करने का अवसर मिला। यहाँ के विशेषज्ञ शिक्षकों ने विध्यार्थियों को औषधि विज्ञान, जैव रसायन, और फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी। विभाग के प्रोफेसरों ने विध्यार्थियों को औषधियों के निर्माण, परीक्षण, और वितरण की प्रक्रिया के बारे में बताया, जहाँ उन्हें औषधि और फार्मास्यूटिकल्स के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। भ्रमण के दौरान, विध्यार्थियों को फार्मेसी विभाग के प्रयोगशालाओं और शोध सुविधाओं का दौरा कराया गया।
*इंजीनियरिंग विभाग के प्रिंसिपल डॉ. ललित यादव* ने विद्यार्थियों से अपने उद्बोधन में कहा, "इंजीनियरिंग की शिक्षा तकनीकी क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए बेहतरीन रास्ता प्रदान करती है। इंजीनियरिंग विभाग के अंतर्गत बी.टेक इन कंप्यूटर साइंस तथा बी.टेक इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग तथा एम.टेक इन कंप्यूटर साइंस, एम.टेक इन एनर्जी टेक्नोलॉजी और एम.टेक इन इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी के कोर्स संचालित किये जाते हैं। जिसमे एम.टेक इन इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी कोर्स को कोई भी बी.टेक विध्यार्थी कर सकता हैं। मशीनीकरण और अन्य कई क्षेत्रों में आपकी संभावनाएँ अनंत हैं।"
*इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर पंकज अहीर* द्वारा इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी से संबंधित पाठ्यक्रमों और उनकी उद्योग में उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया। विध्यार्थियों को इन दोनों विभागों के कामकाजी वातावरण, सुविधाओं और पाठ्यक्रमों के बारे में एक वास्तविक अनुभव प्राप्त हुआ। छात्रों ने तकनीकी शिक्षा के विभिन्न पाठ्यक्रमों का अवलोकन किया।
*कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर डॉ. वैभव वर्मा* द्वारा ज्ञानोदय यूनिवर्सिटी के इस भ्रमण के आयोजन को विध्यार्थियों की शैक्षिक प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना और आगे भी ऐसे शैक्षिक भ्रमण आयोजित करने की योजना बनाई है।
केन्द्रीय विद्यालय के शिक्षकों और विध्यार्थियों ने इस आयोजन को बेहद प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक बताया। इस प्रकार का भ्रमण विध्यार्थियों के लिए शैक्षिक दृष्टिकोण से बेहद लाभकारी साबित हुआ, क्योंकि इससे उन्हें अपने भविष्य के लिए विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में जानने और समझने का अवसर मिला।