नीमच : नीमच जिले से करीब 18 कि.मी.दूर नीमच विकाखण्ड के गांव भंवरासा में बाछड़ा समुदाय के परिवार भी निवास करते हैं। ग्राम में पहले स्वयं सहायता समूह नहीं थे। 2020 में सबसे पहले बाछड़ा समुदाय की महिलाओं को घर से बाहर निकालकर उनको समूह में संगठित किया गया। आज उसी का परिणाम है, कि ग्राम पंचायत भंवरासा में बाछड़ा समुदाय के 10 महिला समूह गठित हैं।
स्व सहायता समूह से जुड़कर वर्ष 2020 में दीपिका मालवीय ने अपना स्वयं का रोजगार प्रारंभ किया। जिससे प्रतिदिन 500 रूपये की आय हो रही है। श्रीमती दीपिका मालवीय ग्राम भंवरासा में ब्यूटी पार्लर का संचालन करती है एवं समूह गठन का कर्य भी करती है। इससे उन्हे 16 हजार रूपये की आमदनी भी हुई। उसके परिवारजन भी इस कार्य में सहयोग करते है। कलेक्टर द्वारा चलाये जा रहे पंख अभियान की वालेंटियर का कार्य भी वह कर रही है। पंख अभियान के वालिंटियर के रूप में दीपीका अपने समुदाय की महिलाओं को समाज की मुख्य धारा से जुड़ने और स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
श्रीमती दीपिका मालवीय के स्व सहायता समूह के सदस्यों ने रिवाल्विंग फण्ड से प्राप्त 10 हजार रूपये की राशि एवं एक लाख रूपये की स्वयं की बचत का उपयोग ब्यूटी पार्लर एवं कृषि एवं अन्य आय अर्जन गतिविधियां की जा रही हैं।
शहर : स्व सहायता समूह से जुड़कर पंख अभियान की वालेंटियर बनी दीपीका
नीमच : नीमच जिले से करीब 18 कि.मी.दूर नीमच विकाखण्ड के गांव भंवरासा में बाछड़ा समुदाय के परिवार भी निवास करते हैं। ग्राम में पहले स्वयं सहायता समूह नहीं थे। 2020 में सबसे पहले बाछड़ा समुदाय की महिलाओं को घर से बाहर निकालकर उनको समूह में संगठित किया गया। आज उसी का परिणाम है, कि ग्राम पंचायत भंवरासा में बाछड़ा समुदाय के 10 महिला समूह गठित हैं।
स्व सहायता समूह से जुड़कर वर्ष 2020 में दीपिका मालवीय ने अपना स्वयं का रोजगार प्रारंभ किया। जिससे प्रतिदिन 500 रूपये की आय हो रही है। श्रीमती दीपिका मालवीय ग्राम भंवरासा में ब्यूटी पार्लर का संचालन करती है एवं समूह गठन का कर्य भी करती है। इससे उन्हे 16 हजार रूपये की आमदनी भी हुई। उसके परिवारजन भी इस कार्य में सहयोग करते है। कलेक्टर द्वारा चलाये जा रहे पंख अभियान की वालेंटियर का कार्य भी वह कर रही है। पंख अभियान के वालिंटियर के रूप में दीपीका अपने समुदाय की महिलाओं को समाज की मुख्य धारा से जुड़ने और स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
श्रीमती दीपिका मालवीय के स्व सहायता समूह के सदस्यों ने रिवाल्विंग फण्ड से प्राप्त 10 हजार रूपये की राशि एवं एक लाख रूपये की स्वयं की बचत का उपयोग ब्यूटी पार्लर एवं कृषि एवं अन्य आय अर्जन गतिविधियां की जा रही हैं।