जबलपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सड़क किनारे एवं फुटपाथ पर रहने वाले गरीब एवं असहाय लोगों को रात के समय ठंड में खुले आसमान के नीचे सोना एवं अपना गुजारा करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गरीबों के रूकने के लिये शहर में रैन बसेरा बनाए गये है, जिसमें जरूरतमंद लोगों को आश्रय मिल सके। इसके बावजूद गरीब एवं असहाय लोगों को ठंड में खुले आसमान के नीचे अपना गुजारा करना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं आयुक्त, नगर निगम, जबलपुर से मामले की जांच कराकर सर्दी में शहर में विभिन्न स्थानों पर खुले में सो रहे व्यक्तियों के संबंध में सुरक्षित व्यवस्था कर उपलब्ध रैन बसेरों में शिफ्ट किये जाने की व्यवस्था के संबंध में प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
शहर : खुले आसमान के नीचे बितानी पड़ रही रात, जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध
जबलपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सड़क किनारे एवं फुटपाथ पर रहने वाले गरीब एवं असहाय लोगों को रात के समय ठंड में खुले आसमान के नीचे सोना एवं अपना गुजारा करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गरीबों के रूकने के लिये शहर में रैन बसेरा बनाए गये है, जिसमें जरूरतमंद लोगों को आश्रय मिल सके। इसके बावजूद गरीब एवं असहाय लोगों को ठंड में खुले आसमान के नीचे अपना गुजारा करना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं आयुक्त, नगर निगम, जबलपुर से मामले की जांच कराकर सर्दी में शहर में विभिन्न स्थानों पर खुले में सो रहे व्यक्तियों के संबंध में सुरक्षित व्यवस्था कर उपलब्ध रैन बसेरों में शिफ्ट किये जाने की व्यवस्था के संबंध में प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।