जिला प्रशासन द्वारा बाछड़ा समुदाय की स्वास्थ्य सुरक्षा एवं देखभाल की अभिनव पहल
टीबी मुक्त नीमच अभियान के तहत 115 लोगों की टी.बी. की स्क्रीनिंग हुई
नीमच : जिले में संचालित पंख अभियान के तहत जिला प्रशासन द्वारा बाछड़ा समुदाय के लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा एवं देखभाल की अभिनव पहल की गई है। इस अभियान के तहत महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाछड़ा बाहुल्य गांवों में नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जा रहे है। अब तक विशेष समुदाय बाछड़ा बाहुल्य ग्राम तलाऊ, चंद्रपुरा, ब्रह्मपुर, जैतपुरा, रावतखेड़ा, नीलकंठपुरा, सगरग्राम, चल्दू, भंवरासा, चड़ोली, किशनपुरा, हिंगोरिया, ग्वालदेवियां, नेवड़, नयागांव, हाड़ीपिपलिया, चपलाना, कड़ीआंत्री, लसूड़ीआंत्री, बर्डिया, बरखेड़ा, लोड़किया, भांडिया, पावटी, पिपलीयारूंडी में नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए गए हैं।
इन विशेष शिविरों में विकासखंड नीमच के गांवों में कुल 762 व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की गई। जिनमें 512 की बी.पी. शुगर, 680 की हीमोग्लोबिन की जांच,115 संभावित क्षय रोगियों की जांच,218 एचआईवी की जांच की गई। विकासखंड मनासा में कुल 864 व्यक्तियों की जांच की गई, जिसमें 824 व्यक्तियों की हिमोग्लोबिन जांच,152 संभावित छय रोगियों की जांच, 698 व्यक्तियों की ब्लड प्रेशर शुगर की जांच,790 व्यक्तियों की एचआईवी जांच की गई है। पंख अभियान के तहत विकासखंड जावद के नयागांव में भी 54 मरीजों की जांच कर, आवश्यक उपचार दिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश प्रसाद ने उक्त जानकारी देते हुए बताया, कि पंख अभियान के साथ ही जिले में 100 दिवसीय निक्षय अभियान भी निरंतर जारी है। इस अभियान का शुभारंभ 7 दिसंबर को किया जाकर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है । इस अभियान के तहत बाछड़ा बाहुल्य ग्रामों में 115 लोगों की टी.बी. की स्क्रीनिंग की गई हैं।
नोडल अधिकारी डॉक्टर मनीष यादव ने बताया, कि जिले में टी.बी.के प्रति उच्च जोखिम में आने वाली 134309 व्यक्तियों की जांच एवं 120878 व्यक्तियों की एक्सरे तथा 1342130 व्यक्तियों की ट्रूनॉट का लक्ष्य राज्य स्तर से प्राप्त हुआ है अभियान निरंतर जारी होकर अभी तक 709 लोगों को ट्रूनॉट जांच और 691 लोगों का एक्सरे किया गया है। अभियान 24 दिसंबर से 24 मार्च 2025 तक निरंतर जारी रहेगा। जिला जिसमें सभी लोगों को आवश्यक जांच एवं उपचार किया जाएगा। आमजनों से अपील की गई है, कि यदि टी.बी. संभावित लक्षण पाए जाते हैं, तो निकट स्वास्थ्य केंद्र पर अथवा आशा कार्यकर्ता से संपर्क करें।