श्रीमती अनामिका जैन ने विक्षिप्त आश्रय गृह की स्थापना कर विक्षिप्त महिलाओं को आश्रय, चिकित्सा एवं पुर्नवास प्रदान किया
मंदसौर 6 मार्च 25/ जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग जिला मंदसौर द्वारा बताया गया कि, वर्ष 2024 का रानी अवंति बाई राज्य स्तरीय वीरता पुरस्कार निवासी संजीत जिला मंदसौर की श्रीमती अनामिका जैन, अध्यक्ष अनामिका विक्षिप्त आश्रय गृह को राज्य सरकार द्वारा 08 मार्च 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदान किया जा रहा है। पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपए एवं प्रतीक चिन्ह से युक्त प्रशंसा पत्र दिया जायेगा।
रानी अवंति बाई राज्य स्तरीय वीरता पुरस्कार समाज में महिला अथवा बच्चों को उत्पीडन तथा उनके पुर्नवास में योगदान देने तथा बाल विवाह प्रथा जैसी सामाजिक कुरीति को रोकने में साहसिक कार्य किया हो ऐसे क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा यह पुरूरकार प्रतिवर्ष दिया जाता है।
श्रीमती अनामिका जैन द्वारा अनामिका जनकल्याण सेवा समिति विक्षिप्त आश्रय गृह की स्थापना 2018 में की गई। जिसमें विक्षिप्त महिलाओं को आश्रय, चिकित्सा एवं पुर्नवास प्रदान किया। संस्था द्वारा 40 महिलाओं पुनर्वास प्रदान किया। आश्रय गृह वर्तमान में 25 महिला निवासरत है।
शहर : श्रीमती अनामिका जैन को महिला दिवस पर मिलेगा रानी अवंति बाई राज्य स्तरीय वीरता पुरस्कार
श्रीमती अनामिका जैन ने विक्षिप्त आश्रय गृह की स्थापना कर विक्षिप्त महिलाओं को आश्रय, चिकित्सा एवं पुर्नवास प्रदान किया
मंदसौर 6 मार्च 25/ जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग जिला मंदसौर द्वारा बताया गया कि, वर्ष 2024 का रानी अवंति बाई राज्य स्तरीय वीरता पुरस्कार निवासी संजीत जिला मंदसौर की श्रीमती अनामिका जैन, अध्यक्ष अनामिका विक्षिप्त आश्रय गृह को राज्य सरकार द्वारा 08 मार्च 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदान किया जा रहा है। पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपए एवं प्रतीक चिन्ह से युक्त प्रशंसा पत्र दिया जायेगा।
रानी अवंति बाई राज्य स्तरीय वीरता पुरस्कार समाज में महिला अथवा बच्चों को उत्पीडन तथा उनके पुर्नवास में योगदान देने तथा बाल विवाह प्रथा जैसी सामाजिक कुरीति को रोकने में साहसिक कार्य किया हो ऐसे क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा यह पुरूरकार प्रतिवर्ष दिया जाता है।
श्रीमती अनामिका जैन द्वारा अनामिका जनकल्याण सेवा समिति विक्षिप्त आश्रय गृह की स्थापना 2018 में की गई। जिसमें विक्षिप्त महिलाओं को आश्रय, चिकित्सा एवं पुर्नवास प्रदान किया। संस्था द्वारा 40 महिलाओं पुनर्वास प्रदान किया। आश्रय गृह वर्तमान में 25 महिला निवासरत है।