राजधानी भोपाल के अधिकांश क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इस कारण मरीजों की जान को खतरा बना हुआ है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से मामले की जांच कराकर सीएमएचओ, भोपाल द्वारा अवैधानिक चिकित्सा व्यवसाय करने वाले व्यक्तियों के संबंध में की गई सूचना पर या अन्यथा भी की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
राजधानी भोपाल के अधिकांश क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इस कारण मरीजों की जान को खतरा बना हुआ है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से मामले की जांच कराकर सीएमएचओ, भोपाल द्वारा अवैधानिक चिकित्सा व्यवसाय करने वाले व्यक्तियों के संबंध में की गई सूचना पर या अन्यथा भी की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।