भीलवाड़ा। साहित्य एवं संवाद का उत्सव "मेवाड़ टॉक फेस्ट" का तीसरा संस्करण राजसमंद में 11-12 जनवरी 2025 को होगा, जिसकी थीम "भारत के स्व की कहानी" होगी। एमटीएफ 3.0 का पोस्टर विमोचन भीलवाड़ा नगर के कोचिंग संस्थान पीसी एजुकेशन में बुधवार अपरान्ह किया गया।
रिडर्स क्लब के दीपक सोमानी ने बताया कि विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए साहित्य परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री मनोज कुमार ने बताया कि संविधान के चित्रों की प्रदर्शनी के माध्यम से भारत के "स्व" से परिचित होंगे। औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्ति के लिए विमर्श समाज में चलना चाहिए। इसलिए साहित्य फेस्ट जैसे आयोजन अधिक महत्वपूर्ण हो जाते है। क्योंकि वैचारिक साहित्य देश की दिशा भी तय करते है।
विमोचन कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए शिक्षाविद प्रशांत परमार ने कहा कि सांस्कृतिक एवं साहित्यिक के इस तरह के आयोजन में युवाओं को जुड़ने का अवसर मिलेगा।
पोस्टर विमोचन से पूर्व देशभर में आयोजित होने वाले विभिन्न प्रकार के साहित्य, पुस्तक, फिल्म आदि के उत्सवों पर परिचर्चा का आयोजन हुआ। सहभागी युवाओं ने अपने मत प्रकट किये। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के फेस्टिवल्स जैसे पुस्तक महोत्सव, साहित्य महोत्सव, फिल्म महोत्सव और संवाद महोत्सव के महत्व पर चर्चा की गई। इन महोत्सवों की वर्तमान समय में लोगों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों और उनके द्वारा समाज में उत्पन्न की जा रही नई सोच और विचार की दिशा के बारे में गहन चर्चा हुई। विभिन्न फेस्ट के पीछे की अवधारणा पर भी विचार-विमर्श किया गया। परिचर्चा एवं विमोचन कार्यक्र में नेहा आंचलिया, विकास, छगन खींची, चन्द्रेश आदि ने अपने विचार प्रस्तुत किये।
मेवाड़ टॉक फेस्ट के समन्वयक डॉ सुनील खटीक ने बताया कि दो दिवसीय इस फेस्ट की थीम "भारत के स्व की कहानी" होगी। लेखन व अध्ययन विधा पर कार्यशाला, ड्राइंग एंड पेंटिंग और स्टोरी टेलिंग की प्रतियोगिता, साहित्यिक वार्ता सत्र और सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन होंगे।
साहित्यिक सत्रों में लेखक सुरेंद्र सिंह राव, लेखक मुरारी गुप्ता, विवेकानन्द केन्द्र के उमेश चोरसिया, आईआईएमसी प्रो संगीता प्रणवेन्द्र, राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के फिल्म विभाग के प्रो अमिताभ, सुखाडिया विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के प्रो कुंजन आचार्य, लेखक चन्द्रेश टेलर, सोशल मीडिया एक्सपर्ट योगेश राजपुरोहित अपने सुझाव साझा करेंगे।
इस दौरान चंद्रेश टेलर की पुस्तक "वर्तमान में हनुमान" का विमोचन भी किया गया। यह पुस्तक आधुनिक समय में हनुमान जी की प्रासंगिकता और उनके जीवन से प्रेरणा लेने के पहलुओं पर आधारित है।
मेवाड़ टॉक फेस्ट का परिचय: पुस्तक एवं संवाद का यह उत्सव एक ऐसा आयोजन है, जिसमें लेखक, प्रकाशक और पाठकों को एक मंच पर आने का अवसर मिलता है। यह ज्ञान, शिक्षा और साहित्य का उत्सव है, जहाँ विभिन्न भाषाओं और विधाओं की पुस्तकें प्रदर्शित की जाती हैं। फेस्ट का मुख्य उद्देश्य साहित्य, शिक्षा और ज्ञान के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना है। यहाँ पाठक अपनी रुचि की पुस्तके खरीद सकते हैं, लेखकों से बातचीत कर सकते हैं और साहित्य से जुड़ी कार्यशालाओं एवं विविध गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं। इस बार यह तीसरा आयोजन राजसमंद में 11 व 12 जनवरी को होगा। जिसकी थीम "भारत के स्व की कहानी" होगी।
संविधान के 75 वर्ष पर प्रदर्शनी-
संविधान लागू होने के 75 वर्ष होने पर प्रदर्शनी का आयोजन होगा। जिसका उद्घाटन 11 जनवरी शाम को होगा।
पिछले संस्करण-
मेवाड़ टॉक फेस्ट प्रथम
सुभाषचंद्र बोस जयंती के अवसर पर 23 जनवरी 2023 को महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय उदयपुर में "पराक्रमी भारत" थीम पर आयोजित हुआ।
मेवाड़ टॉक फेस्ट द्वितीय-
30-31 मार्च 2024 को मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर में "उदीयमान भारत" थीम पर आयोजित हुआ। जिसमें वैश्विक स्तर पर भारत की सांस्कृतिक पहचान और अन्य सत्र में संविधान में भारतीयता पर संवाद हुआ।
विमोचन कार्यक्रम में भूमिका विकास ने रखी और संचालन रामनरेश और धन्यवाद दीपक पारीक ने किया।
मेवाड़ टॉक फेस्ट की संपूर्ण जानकारी वेबसाइट मेवाड़ टॉक फेस्ट डोट कॉम पर उपलब्ध है। फेस्ट में प्रवेश हेतु पूर्व पंजीकरण अनिवार्य रहेगा, जो कि पूर्णतया निशुल्क रहेगा।
रिपोर्ट : राजकुमार गोयल