चित्रा त्रिपाठी एवं अन्य पत्रकारों के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट, मुश्किल में फंसी चित्रा त्रिपाठी, अग्रिम ज़मानत याचिका भी ख़ारिज।
यह मामला पॉक्सो अधिनियम से संबंधित है। जिसमें चित्रा त्रिपाठी, दीपक चौरसिया, सैयद सोहेल, अजीत अंजुम सहित कुल आठ पत्रकारों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। आरोप है कि इन पत्रकारों ने अपने कार्यक्रमों में एक बच्चे के प्रकरण को सार्वजनिक रूप से प्रसारित कर उसकी निजता का उल्लंघन किया था।
अदालत ने स्पष्ट किया है कि मीडिया की स्वतंत्रता के अधिकार का उपयोग करते हुए किसी भी व्यक्ति, विशेष रूप से बच्चों की सुरक्षा और निजता से समझौता नहीं किया जा सकता।
कोर्ट ने टिप्पणी की कि मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है, लेकिन किसी भी पत्रकार को कानून के ऊपर नहीं रखा जा सकता। अदालत ने इसे एक संवेदनशील मामला बताया और कहा कि इसमें तय प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य है।
देश : संवेदनशील मामलों की रिपोर्टिंग के दौरान पत्रकार साथी अत्यधिक सतर्क और जिम्मेदार रहें।
चित्रा त्रिपाठी एवं अन्य पत्रकारों के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट, मुश्किल में फंसी चित्रा त्रिपाठी, अग्रिम ज़मानत याचिका भी ख़ारिज।
यह मामला पॉक्सो अधिनियम से संबंधित है। जिसमें चित्रा त्रिपाठी, दीपक चौरसिया, सैयद सोहेल, अजीत अंजुम सहित कुल आठ पत्रकारों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। आरोप है कि इन पत्रकारों ने अपने कार्यक्रमों में एक बच्चे के प्रकरण को सार्वजनिक रूप से प्रसारित कर उसकी निजता का उल्लंघन किया था।
अदालत ने स्पष्ट किया है कि मीडिया की स्वतंत्रता के अधिकार का उपयोग करते हुए किसी भी व्यक्ति, विशेष रूप से बच्चों की सुरक्षा और निजता से समझौता नहीं किया जा सकता।
कोर्ट ने टिप्पणी की कि मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है, लेकिन किसी भी पत्रकार को कानून के ऊपर नहीं रखा जा सकता। अदालत ने इसे एक संवेदनशील मामला बताया और कहा कि इसमें तय प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य है।