मन्दिर पंडाजी के परिवार में सूतक होने से छमाही भविष्यवाणी 20 अप्रैल, रविवार को होगी.....
जावी - नीमच जिला मुख्यालय से 12 किमी की दूरी पर कमल सरोवर के नाम से विख्यात नगरी जावी के जावी - सरवानिया महाराज मार्ग पर स्थित आस्था, श्रृद्धा एवं विश्वास का अनूठा संगम स्थली, दीन दुखियों का शरण स्थल ऐतिहासिक श्री गुर्जरखेड़ा धाम जावी में माँ नवदुर्गा के आराधना पर्व चैत्र नवरात्रि का समापन नवमी को होगा। उक्त सन्दर्भ में जानकारी देते हुए श्री गुर्जरखेड़ा धाम मंदिर प्रबंध समिति पदाधिकारियों एवं सेवादार समिति सदस्यों ने बताया की प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी चैत्र नवरात्रि की नवमी 7 अप्रैल 2025, सोमवार को श्री गुर्जरखेड़ा धाम पर श्री वीरभद्र स्वरूप नाथों के नाथ श्री अगोरी नाथ और धर्मराज श्री गुर्जरखेड़ा सरकार सहित मन्दिर पर विराजमान सभी देवताओं का पंडितजी द्वारा विधिविधान से पूजन अर्चन होगा ततपश्चात हवन, कन्या पूजन ओर महाआरती होगी। पंडाजी व पुजारी के परिवार में सूतक होने से छमाही भविष्यवाणी 20 अप्रैल, रविवार को प्रातः 11 बजे होगी। उक्त जानकारी श्री गुर्जरखेड़ा धाम मन्दिर प्रबंध समिति प्रवक्ता दिलीप पाटीदार जावी ने दी।
धर्म : ऐतिहासिक श्री गुर्जरखेड़ा धाम जावी में चैत्र नवरात्रि का हवन व कन्या पूजन 7 अप्रैल सोमवार को और छमाही भविष्यवाणी 20 अप्रैल, रविवार को.....
मन्दिर पंडाजी के परिवार में सूतक होने से छमाही भविष्यवाणी 20 अप्रैल, रविवार को होगी.....
जावी - नीमच जिला मुख्यालय से 12 किमी की दूरी पर कमल सरोवर के नाम से विख्यात नगरी जावी के जावी - सरवानिया महाराज मार्ग पर स्थित आस्था, श्रृद्धा एवं विश्वास का अनूठा संगम स्थली, दीन दुखियों का शरण स्थल ऐतिहासिक श्री गुर्जरखेड़ा धाम जावी में माँ नवदुर्गा के आराधना पर्व चैत्र नवरात्रि का समापन नवमी को होगा। उक्त सन्दर्भ में जानकारी देते हुए श्री गुर्जरखेड़ा धाम मंदिर प्रबंध समिति पदाधिकारियों एवं सेवादार समिति सदस्यों ने बताया की प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी चैत्र नवरात्रि की नवमी 7 अप्रैल 2025, सोमवार को श्री गुर्जरखेड़ा धाम पर श्री वीरभद्र स्वरूप नाथों के नाथ श्री अगोरी नाथ और धर्मराज श्री गुर्जरखेड़ा सरकार सहित मन्दिर पर विराजमान सभी देवताओं का पंडितजी द्वारा विधिविधान से पूजन अर्चन होगा ततपश्चात हवन, कन्या पूजन ओर महाआरती होगी। पंडाजी व पुजारी के परिवार में सूतक होने से छमाही भविष्यवाणी 20 अप्रैल, रविवार को प्रातः 11 बजे होगी। उक्त जानकारी श्री गुर्जरखेड़ा धाम मन्दिर प्रबंध समिति प्रवक्ता दिलीप पाटीदार जावी ने दी।