सुसनेर: कृषि उपज मंडी सुसनेर में बीते दिनों व्यापारी भावसिंह जाती सोंधिया, निवासी सादलपुर द्वारा 16 कट्ठा गेहूं चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। व्यापारी ने थाने में लिखित तहरीर देकर आरोप लगाया था कि 16 अप्रैल की रात मंडी परिसर में रखे गए उनके गेहूं चोरी हो गए। शिकायत पर कार्रवाई न होने से नाराज़ होकर शनिवार को गल्ला व्यापारियों ने मंडी में एक घंटे तक बोली बंद रखी और विरोध जताया। इस घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी केसर राजपूत मौके पर पहुंचीं और व्यापारियों को समझाइश देते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद मंडी में बोली पुनः शुरू हुई। विवाद के बाद पुलिस द्वारा व्यापारी भावसिंह के बयान दर्ज किए गए और मंडी परिसर के सभी सीसीटीवी कैमरे फरियादी की मौजूदगी में खंगाले गए। जांच के दौरान चोरी की कोई घटना कैमरों में दर्ज नहीं मिली। कैमरे देखने और स्थान का मुआयना करने के बाद व्यापारी भावसिंह सोंधिया ने स्वीकार किया कि यह एक गलतफहमी थी। उनके अनुसार संभवतः गेहूं को उन्होंने या उनके हम्माल ने मंडी के किसी अन्य स्थान पर रख दिया था। अतः उन्होंने पूर्व में दर्ज कराई गई चोरी की शिकायत को स्वेच्छा से वापस ले लिया।
सुसनेर : मंडी में 16 कट्ठा गेहूं चोरी का मामला निकला गलतफहमी, व्यापारी ने वापस लिया आवेदन
सुसनेर: कृषि उपज मंडी सुसनेर में बीते दिनों व्यापारी भावसिंह जाती सोंधिया, निवासी सादलपुर द्वारा 16 कट्ठा गेहूं चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। व्यापारी ने थाने में लिखित तहरीर देकर आरोप लगाया था कि 16 अप्रैल की रात मंडी परिसर में रखे गए उनके गेहूं चोरी हो गए। शिकायत पर कार्रवाई न होने से नाराज़ होकर शनिवार को गल्ला व्यापारियों ने मंडी में एक घंटे तक बोली बंद रखी और विरोध जताया। इस घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी केसर राजपूत मौके पर पहुंचीं और व्यापारियों को समझाइश देते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद मंडी में बोली पुनः शुरू हुई। विवाद के बाद पुलिस द्वारा व्यापारी भावसिंह के बयान दर्ज किए गए और मंडी परिसर के सभी सीसीटीवी कैमरे फरियादी की मौजूदगी में खंगाले गए। जांच के दौरान चोरी की कोई घटना कैमरों में दर्ज नहीं मिली। कैमरे देखने और स्थान का मुआयना करने के बाद व्यापारी भावसिंह सोंधिया ने स्वीकार किया कि यह एक गलतफहमी थी। उनके अनुसार संभवतः गेहूं को उन्होंने या उनके हम्माल ने मंडी के किसी अन्य स्थान पर रख दिया था। अतः उन्होंने पूर्व में दर्ज कराई गई चोरी की शिकायत को स्वेच्छा से वापस ले लिया।