चीतों के लिए तैयार किया 89 सौ हेक्टेयर का एरिया -
मंदसौर के गांधीसागर अभयारण्य में वन विभाग ने चीतों के लिए 8900 हेक्टेयर का विशेष क्षेत्र तैयार किया है। विभाग ने 8 से 10 चीतों के लिए बसने की व्यवस्था वर्तमान में की है। धीरे-धीरे एक बड़ा कुनबा चीतों का गांधी सागर अभयारण्य में बसाया जाएगा। चीतों के भोजन के लिए अभयारण्य में 150 से अधिक चीतल, 80 से अधिक चिंकारा, 50 से अधिक व्हाइट बोर्ड और 50 से अधिक नीलगाय मौजूद हैं। इसके अलावा यहां पहले से ही हिरणों की अच्छी संख्या है।
3 बाडे़ बनाए गए
34 किलोमीटर चीता प्रोजेक्ट में तीन बाड़े बनाए गए हैं, जिसमें 16 किलोमीटर की परिधि में एक विशेष बाड़ा बनाया गया है, जहां चीतों को रखा जाएगा। गर्मी को देखते हुए पानी की विशेष व्यवस्था की गई है। चीतों के भोजन पानी की व्यवस्थाएं करने 2 साल से तैयारियां चल रही थी।
कूनो नेशनल पार्क से जिन दो चीतों को गांधी सागर नेशनल भेजा हैं, यहां इन्हें 6 वर्ग किमी के बाड़े में छोड़ा जाएगा।
2 साल से बाड़े में हैं, दोनों चीते
बताना होगा कि जिन दोनों चीतों को कूनो नेशनल पार्क से गांधी सागर ले जाया जा रहा है, वह दोनों 2023 से बाड़े में बंद हैं। उन्हें जुलाई 2023 में पकड़ कर बाड़े में बंद कर दिया गया था, क्योंकि तत्समय चीतों की गर्दन में इंफेक्शन होने से कुछ चीतों की मौत हो गई थी।
90 चीता मित्र कूनो में हो चुके ट्रेंड,-
गांधी सागर अभयारण्य के रेंजर अंकित सोनी ने कहा- 90 प्रशिक्षित लोगों की टीम चीतों की देखरेख करेगी। इनकी ट्रेनिंग कूनो सैंक्चुरी में पूरी हो चुकी है। वन विभाग ने 16 किलोमीटर में एक परिक्षेत्र बनाया है, जिसमें चीतों को सुरक्षित रखा जाएगा। पानी की विशेष व्यवस्था के लिए सैंक्चुरी एरिया में तालाब बनाए गए हैं।
रिपोर्ट : विनोद धाकड़