जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में टूरिस्ट पर हुए आतंकी हमले में 27 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है. मरने वालों में दो विदेशी भी शामिल हैं. एक शख्स इजरायल और एक इटली का रहने वाला है. गृह मंत्री अमित शाह इस वक्त श्रीनगर पहुंच चुके हैं. बताया जा रहा है कि कुल चार आतंकियों ने इस वारदात को अंजाम दिया, जिसमें से तीन पाकिस्तानी और एक लोकल कश्मीरी है. जब दोपहर को यह वारदात हुई तब सैलानी वहां घुड़सवारी कर रहे थे. तभी आतंकी वहां पहुंचे और उन्होंने पंजाबी में टूरिस्ट से उनका मजहब पूछा. पहचान स्थापित होने के बाद लोगों को मौत के घाट उतारा गया. इस दौरान करीब 50 राउड फायरिंग की गई. अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वैंस ने पहलगाम अटैक पर दुख जताया.
सूत्रों के मुताबिक मरने वालों में अधिकांश पुरुष हैं. आज दोपहर आतंकवादियों ने पर्यटकों पर बड़ा हमला कर दिया. पर्यटकों का नाम पूछ-पूछकर आतंकियों ने उन पर गोली चलाई. अनंतनाग जिले के बैसरन घाटी के ऊपरी इलाकों में टूरिस्ट घूम रहे थे, तभी अचानक उनपर गोलीबारी कर दी गई. पीएम नरेंद्र मोदी इस वक्त सउदी अरब में हैं. पीएम ने सउदी से गृह मंत्री अमित शाह को फोन मिलाया और तुरंत पहलगाम जाने का निदेश दिया.
गृह मंत्री पहलगाम के लिए दिल्ली से निकल चुके हैं. इससे पहले अमित शाह आईबी चीफ, जम्मू-कश्मीर के डीजी और सेना व सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के साथ एक हाई-लेवल मीटिंग भी की. पीएम मोदी इस मीटिंग में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपलब्ध रहे. जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला भी इस घटना को लेकर काफी गंभीर हैं. वो तुरंत ही पहलगाम के लिए निकल रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक हाई-लेवल मीटिंग बुलाई है. बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अलावा अधिकारी सहित जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज कुमार सिन्हा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मौजूद रहे. खुफिया सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक आतंकी टूरिस्ट के बड़े ग्रुप को टारगेट करने की फिराक में थे. वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आतंकी फरार हो गए. सुनियोजित तरीके से टूरिस्ट को निशाना बनाया गया. गर्मियों के इस सीजन में घाटी में टूरिस्ट की संख्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है. टूरिस्ट को निशाना बनाकर आतंकी जम्मू-कश्मीर में सैलानियों के प्रवेश को रोकना चाहते हैं.
पहलगाम के बैसारा इलाके में पर्यटक टट्टू की सवारी का आनंद ले रहे थे, कुछ लोग नाश्ता कर रहे थे, तभी सेना की वर्दी पहने चार भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने उन्हें रोक लिया. सेना की वर्दी पहने तीन से चार अन्य आतंकवादी पास ही एक जगह पर खड़े थे. एक आतंकवादी ने एक जोड़े के पास जाकर उनसे पूछा कि वे मुसलमान हैं या हिंदू, जब उनसे पूछा गया कि वे हिंदू हैं, तो आतंकवादी ने उन्हें गोली मार दी. आतंकवादियों ने पुरुषों से कलमा पढ़ने को भी कहा और जब उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो उन्हें गोली मार दी गई. आतंकवादी यहीं नहीं रुके, उन्होंने खतना की जांच के लिए कुछ पर्यटकों के कपड़े उतार दिए और जो नहीं थे, उन्हें गोली मार दी. मारे गए लोगों में से अधिकांश पुरुष बताए जा रहे हैं, जबकि महिला सदस्य अपने पुरुष सदस्यों को गोली मारे जाने के डर से खड़ी थीं. पर्यटकों को शुरू में पता ही नहीं चला कि क्या हो रहा है. पुलिस को संदेह है कि कुछ स्थानीय लोगों ने हमले को अंजाम देने में आतंकवादियों का साथ दिया होगा. मोबाइल डंप डेटा की जांच की जा रही है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि बातचीत के लिए एन्क्रिप्टेड ऐप का इस्तेमाल किया गया था. सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि आतंकवादियों का यह समूह वही है जो डोडा किश्तवाड़ क्षेत्र में सक्रिय रहा है।
पाकिस्तान की सेना पहलगाम हमले के बाद बंकर में जाकर दुबक गई है. पाकिस्तान को इस बात का डर था कि अगर कोई भी हमला होता है उसका पलटवार जरूर होगा. लिहाजा पहलगाम हमले के बाद से पीओके में सन्नाटा पसर गया है. पाक फौज अपने पोस्ट को छोड़ अपने बंकरों में दुबक गई है. अब पोस्ट पर तैनात रहने वाले पाक सैनिक दिखाई नहीं दे रहे है. LOC पर भारतीय सेना ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है.